Amar Singh Chamkila Movie Review

Amar Singh Chamkila Movie Review

इमतियाज अली द्वारा बनाई गई फिल्म पंजाबी सिंगर Amar Singh Chamkila की लाइफ पर बेस्ड है जो उसके 10 साल के सिंगिंग करियर में रातों रात मिली शोहरत और 27 साल की उम्र में उसकी हत्या हो जाने के बारे में बताती है। कहानी उस सिंगर की है जिसका नाम पंजाब के बूढ़े से लेकर बच्चे तक की जुबान पर रहता था। उसकी आवाज और गानों ने भारत के अलावा विदेशों में भी खूब धूम मचाई थी।

चमकीला के गाने अमर क्यों है?  ऐसा क्या गा दिया था? दूसरा यह सिंगर आखिर है कौन है, जिस पर इमतियाज अली जैसे बड़े और एक संजीदा डायरेक्टर को फिल्म बनानी पड़ी। तीसरा चमकीला जिसका की नाम अमर सिंह था वो चमकीला आखिर बना कैसे? और इस कहानी की शुरुआत कैसे हुई होगी? जब 27 साल में ही इसका जीवन खत्म कर दिया गया और आखरी चमकीला के गानों ने आखिर उसे क्यों मरवा दिया? 

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Amar Singh Chamkila Movie क्या है कहानी?

यह कहानी चमकीला से शुरू नहीं हुई थी। तब बस अमर सिंह था, इसका बचपन लुधियाना के पिंड डुगरी में बीता था और जवानी पंजाब में। यह पंजाब का वो सिंगर था जिसने कुलदीप मानक और गुरदास मान जैसे सिंगर्स को बैकफुट पर ला दिया था, और देखते ही देखते चमकीला के नाम सबसे ज्यादा हिट एल्बम देने का रिकॉर्ड हो गया था।

 

Amar Singh Chamakila Movie Review
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अमर सिंह अपने परिवार के साथ एक छोटे से गांव में रहता था मोमबत्ती की रोशनी में गाने की धुन बनाता था बचपन में महिलाओं की मंडली के बीच गाने के लिरिक्स पकड़ने लगा। सवाल जवाब किए तो तमाचा जड़ दिया जाता था बड़ा हुआ तो घर चलाने की जिम्मेदारियां भी सर पर आ गई। यह बात है साल 1977 की जब चमकीला एक छोटे से कारखाने में बैठकर बस जुराबे बनाया करता था। इस काम में खासा मन नहीं लग पा रहा था तो वो गाने गुनगुनाते हुए दिन काटता था। बचपन से ही गाने लिखने का शौक भी था, ऐसे में एक सिंगर के ऑफिस में नौकरी मिल गई अब वो सबके लिए चाय लेकर आता था पर वह कहते है ना जिसके मुकद्दर में जो होता है उससे कोई उसको छीन नहीं सकता।

अमर सिंह का जन्म बेशक 1960 में हुआ पर असली चमकीला तो 1978 में बना था पर गाने का मौका इसे अब तक नहीं मिला था वक्त के साथ बड़े मौके हाथ लगे पर सपने की लड़ाई में कई अपने पीछे छूटते चले गए एक के बाद एक अखाड़े करने लगा जब चमकीला की स्टेज पर एंट्री होती जो क्या पुरुष और क्या महिलाएं कच्चे घरों की छतों पर एकएक  चढ़कर चमकीला को सुनने के लिए पब्लिक बेताब रहती थी।

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Amar Singh Chamkila Movie दिलजीत ने जीता दिल

शुरुआत से ही दिलजीत दोसांज की तारीफ हमें करनी चाहिए। चमकीला का यह रोल दिलजीत से बेहतर कोई और कर नहीं सकता था। दिलजीत दोसांझ एक्टिंग से  हर बार ही दिल जीत रहे हैं, लेकिन इस बार उन्हें एक ऐसा किरदार निभाना था जो मुश्किल तो था ही साथ ही उसकी तस्वीर लोगों के मन में भी बसी थी। पर दिलजीत ने कोई कसर नहीं छोड़ी ऐसी डायलॉग डिलीवरी चेहरे के वो भाव 80 वाला वो अंदाज सब कुछ एकदम परफेक्ट।

 

Amar Singh Chamakila Movie Review
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वहीं परिणति चोपड़ा ने भी अपने रोल के साथ काफी जस्टिस किया है दिलजीत दोसांझ के साथ स्टेज परफॉर्मेंस पर जिस अंदाज में वह गा रही हैं देखकर ऐसा लगता जैसे पंजाब के किसी गांव में एक परफॉर्मेंस चल रही है सब कुछ एकदम रियल सा था कहीं पर ओवर एक्टिंग नहीं थी कहीं पर फालतू का ड्रामा नहीं था।

 

 

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  • anshika04052023

    मेरा नाम Anish Kumar है। मैं 2 साल से Blogging के क्षेत्र में काम कर रहा हूं। मेरा मुख्य उद्देश्य अपने पाठकों में सच्चाई और जागरूकता को बढ़ावा देना है, जिससे लोग सही और सार्वजनिक रूप से सूचना प्राप्त कर पाए।

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