Silence 2 Movie Review : Manoj Bajpayee का दमदार अभिनय
अगर आपको मनोज वाजपेई बहुत ज्यादा पसंद है तो उनके लिए एक बार यह फिल्म आप देख सकते हैं। मनोज वाजपेई तो ऐसे व्यक्ति है कि इनको जो भी रोल मिल जाए जिस तरह का भी हो वह जान तो डाल ही देते हैं और अपनी अलग छाप छोड़ते हैं। ऐसी ही छाप उन्होंने Silence 2 में भी छोड़ी है। इस फिल्म में आप मनोज वाजपेयी को एसीपी अविनाश वर्मा की भूमिका में देखेंगे जो स्पेशल क्राइम यूनिट में काम करते हैं। आज इस फिल्म के बारे में बात करेंगे नाम है Silence 2 पूरा नाम है “साइलेंस टू द नाइट ऑल बार शूटआउट” जी5 ओरिजिनल की ये फिल्म है जी5 पर आप इसको देख सकते हैं।
Silence 2 Movie Review क्या है कहानी
Silence 2 की कहानी की बात करे तो एसीपी अविनाश वर्मा(मनोज वाजपेयी) एक दिन इनको एक कॉल आती है। कि नाइट आल बार में एक शूट आउट हो गया है। और सात आठ लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई है और मरने वालों में एक नेता का पीए भी है, तो एक हाई प्रोफाइल आदमी भी उसमें था। फिर एसीपी वहां पहुंचते हैं अपनी जांच शुरू करते हैं और उनको लगता है कि टारगेट वो नहीं था कुछ और था कहानी जो बताई जा रही है वो नहीं है कुछ और ही है।
फिर वह अपने टीम के साथ इन्वेस्टिगेशन शुरू करते हैं, और फिर उनके सामने कई सच्चाईयां आती हैं और इस कहानी की परतें धीरे-धीरे खुलने लगती है। इस फिल्म की जो कहानी है वो बेसिक तौर पर देखें तो ठीक है और इस तरह का जो कोई क्राइम थ्रिलर होता है और खास करके जिसमें मर्डर इन्वेस्टिगेशन हो रही होती है तो उसमें जो जो चीजें हो सकती है वह सब यहां है। यानी कि एक शूट आउट हो रहा है उसमें कई लोग मर रहे हैं फिर कुछ सस्पेक्ट सामने आ रहे हैं फिर एक कहानी सामने आ रही है फिर संदेह किसी और पर हो रहा है।
और आखिर में खुलासा कुछ और ही होता है तो यह सारी चीजें यहां है इसके अलावा जो इन्वेस्टिगेशन की बारीकियां है वह भी आपको दिखती है। कि मतलब हाथ में जो कोई कट लगा है वह कैसा है या शूट आउट किस तरह से किया गया होगा। जो खून बिखरा है उसका पैटर्न क्या कहता है तो यह सब चीजें जो है वह ठीक है और इस पर मेहनत की गई है लेकिन इसके बाद भी इस फिल्म का रंग बहुत जमता नहीं है और इसकी वजह यह है कि यहां जो भी चीजें हो रही है उस में बातचीत का एलिमेंट ज्यादा है।
ये भी पढ़े : Amar Singh Chamkila Movie Review
Silence 2 Movie Review देखी जाए या नहीं
कुल मिलाकर के यह फिल्म एक तरह से आप चाहे तो टाइम पास के लिए देख सकते हैं या फिर अगर आपको मनोज वाजपेई बहुत ज्यादा पसंद है तो उनके लिए एक बार यह फिल्म आप देख सकते हैं। यहां आपको प्राची देसाई दिखती है साहिल वैद्य है और दूसरे भी कलाकार हैं। इन लोगों के लिए भी करने के लिए कुछ खास था नहीं।
आप इन्वेस्टिगेट करिए कुछ क्लू सामने आते हैं और उसके बाद दर्शक भी कुछ सोचते हैं समझते हैं। लेकिन यहां तो हर चीज बता बता के की गई है एक तरह से स्पून फीडिंग की जा रही है। दूसरा जो इन्वेस्टिगेशन है वो इतनी फास्ट चल रही होती है और यहां हर कुछ एकदम तैयार ही मिलता है। मतलब कि आपको सीसीटीवी फुटेज खंगाल नी है तो बस आपको एक चीज तैयार मिल रही है। आप कॉल रिकॉर्ड खंगाल रहे हैं या फिर आप कोई भी डाटा का एनालाइज कर रहे हैं तो रिजल्ट जैसे लगता है कि एकदम तैयार करके रखा हुआ था और आप तुरंत उस नतीजे पर पहुंच गए।
तकनीकी तौर पर ये फिल्म आपको ठीक दिखती है और और यह फ़िल्म 2 घंटा 20 मिनट की यह फिल्म है। और इस फिल्म को देख कर के ना आपको बहुत आकर्षक न बहुत कमज़ोर देखा जाए तो यह फ़िल्म एक एवरेज फ़िल्म लगी।
Criminals ko dobara silent karne, ACP Avinash is coming back! 🤫
#Silence2OnZEE5, coming soon!
#Silence2 #ACPAvinashIsBack
@BajpayeeManoj @ItsPrachiDesai @sahilwalavaid @Vaquar_Shaikh @ZeeStudios_ @ZEE5India @shariqpatel #AbaanDeohans #KiranDeohans @zee5global… pic.twitter.com/3cpzNPKXA2— manoj bajpayee (@BajpayeeManoj) March 23, 2024